Yug pravah 22-Mata Ji Mahaprayan Jyanti
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Category : yug pravah  
1.Pragya Geet Dedicated On Mataji's Mahaprayan Divas- Maa Bhagwati Parmeshwari.
2.Evocation By Resp. Shail Jiji, Shraddhey Dr. Pranav Pandya.
3.Cultural Dance And Play Related To The Society's Most
Hazardous Problem- Dowry System. Song & Play --> Es Dahej ne hi failaya..
इस दहेज ने ही फैलाया
इस दहेज ने ही फैलाया, भारी अत्याचार है।
इस दानव को मार भगाओ, यह समाज का भार है॥
पुत्र जन्म लेते ही घर में, लहर खुशी की छा जाती॥
लेकिन कन्या इस धरती पर, एक समस्या बन जाती॥
कैसे हाथ करेंगे पीले, यदि अभाव घर में धन का।
घर-वर दोनों ठीक चाहिए, प्रश्न समूचे जीवन का॥
बात सैकड़ों की न कहीं भी, पहला अंक हजार है॥
शिक्षित और सुशील सुपुत्री, रूप गुणों की उजियारी।
किन्तु पिता के पास नहीं धन, इसीलिये बैठी क्वांरी॥
चिन्ता ही दहेज की निशदिन, किये यहाँ हैरान बड़ा।
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Release date : 30-11--0001