Offering everything to God - Bhakti Yog - Geeta 9/27 Ashwin Navratri 2015- Day 02- By H. Dr. Pranav Pandya At Dsvv


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Ashwin Navratri 14 Oct.2015- Day 02- Discourse By Shraddheya Dr. Pranav Pandya At Dev Sanskriti Vishwavidyalaya Shantikunj Haridwar नवरात्रि द्वितीय दिवस - नवरात्रि साधना स्वाध्याय । - श्रद्धेय डॉ. प्रणव पंड्या जी (कुलाधिपति,दे.सं.वि.वि.), 14 Oct 2015 विषय - 9वां अध्याय, श्लोक 27वां । * नवरात्रि दुर्गा की साधना के लिए है। दुर्गा कौन? जो दुर्गम पथ को पार करा दे वह दुर्गा। दुर्गा - कठिन कार्य, दुर्गम कार्य। अपने ऊपर विजय प्राप्त करना( आत्म विजय)। * नवरात्रि दूसरा दिन- ब्रम्हचारिणी देवी का दिन। * ब्रम्हचारिणी जो ब्रम्हचर्य से तपी हुयी है। ब्रम्हचर्य अर्थात् ब्रम्ह का आचरण। श्रेष्ठतम तपश्चर्या जिसने की वह ब्रम्हचारिणी। * अपने आप को परमात्मा में लगा देना। * तपश्चर्या

Release date : 15-10-2015

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