चित्त-शुद्धि की आवश्यकता
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Category : inspiring quotations  
चित्त-शुद्धि की आवश्यकता
पं श्रीराम शर्मा आचार्य
जैसे वस्त्र पर रंग, मैल और तैलादि के दाग पड़ते हैं या ग्रामोफोन की प्लेट पर शब्द-संस्कारों का प्रवेश हो जाता है, वैसे ही मन पर शुभाभुष कर्त्तव्यों के संस्कार पड़ते हैं।
Release date : 23-07-2020