विधेयात्मक चिंतन-प्रगति का द्वार । पं श्रीराम शर्मा आचार्य


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p. p. gurudev  


यह दुनिया बड़ी खराब है। बहुत बड़ी जलील है। अच्छाई भी है, भगवान् का रूप भी है। ये तो मैं नहीं कहता कि भगवान् का रूप नहीं है।

Release date : 21-09-2018

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